एक्सक्लूसिवः छोटा-मोटा ठेकेदार 10 साल में कैसे बना 500 करोड़ रूपए की संपत्ति का मालिक

‘ख़बर अब तक’ आज एक ऐसा खुलासा करने जा रहा है जिसको जानकर आपके होश उड़ जाएंगे। आज हम आपको बताएंगे कि आखिर कैसे 10 साल पहले एक छोटे-मोटे ठेकेदार के रूप में काम शुरू करने वाले ब्यक्ति ने महज एक दशक यानि कि 10 साल में 500 करोड़ की संपत्ति बना ली। जी हां हम बात कर रहे हैं भारतीय रेलवे के कैटरिंग किंग श्याम बिहारी अग्रवाल की।

‘ख़बर अब तक’ से बातचीत में श्याम बिहारी अग्रवाल की कंपनी में बतौर मैनेजर काम कर चुके एक पूर्व कर्मचारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि ट्रेनों में यात्रा के दौरान सबसे ज्यादा घपला खाने और नाश्ते में होता है। कर्मचारी के मुताबिक वेज थाली की कीमत 35 रूपए और नानवेज थाली की कीमत 40 रूपए है जबकि किसी भी ट्रेन में इस रेट पर खाना उपलब्ध नहीं होता है। पूर्व कर्मचारी ने बताया कि श्याम बिहारी अग्रवाल का रेलवे के लगभग 70 प्रतिशत कैटरिंग पर कब्जा है और उसने रेलवे के वेज थाली और नानवेज थाली की जगह अपनी स्पेशल थाल बनाकर यह 500 करोड़ की संपत्ति अर्जित की है।

दरअसल रेलवे के नियम के मुताबिक वेज थाली में 150 ग्राम सादा चावल अच्छे क्वालिटी का, पराठा 2 या 4 रोटी या 5 पूड़ी, दाल या साम्भर 150 ग्राम, मिक्स सब्जी 100 ग्राम, 100 ग्राम सब्जी का करी, 100 ग्राम दही या 40 ग्राम मिठाई, 15 ग्राम अचार यात्रियों को 35 रूपए में मिलना चाहिए। नानवेज थाली में 150 ग्राम सादा चावल अच्छे क्वालिटी का, पराठा 2 या 4 रोटी या 5 पूड़ी, दाल या साम्भर 150 ग्राम, 2 अंडा करी 200 ग्राम, 100 ग्राम दही या 40 ग्राम मिठाई, 15 ग्राम अचार यात्रियों को 40 रूपए में मिलना चाहिए। अब जरा सोचिए क्या आपको कभी यात्रा के दौरान 35 रूपए वाली वेज थाली या 40 वाली नानवेज थाली मिलती है।

जी नहीं इस देश की आम जनता को मिलता है श्याम बिहारी अग्रवाल की अपनी स्पेशल थाल। बस थोड़ा सा करिए इंतजार बहुत जल्द हम आपके सामने लेकर आ रहे हैं श्याम बिहारी अग्रवाल के स्पेशल थाल का आधा-अधूरा नहीं पूरा सच।

अगर आपके पास इस ख़बर से संबंधित कोई जानकारी है तो हमें ई मेल के जरिए भेज सकते हैं E-mail – bksinghup@gmail.com

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *